Essay on duck in hindi language-नमस्कार दोस्तो स्वागत है आपका,hindiwe के एक नए निबद्ध में।यह निबद्ध स्कूल तथा कॉलेज के छात्रों के लिए है।आज का निबद्ध हमने बतख पर लिखा है।यदि आपको हमारा यह निबंध अच्छा लगे तो इसे शेयर जरूर करे
बत्तख दिखने में सफ़ेद रंग का होता है।यह मुख्यत क्वेक-क्वेक की आवाज निकालते है पर कभी-कभी सिटी की आवाज़ भी निकाल देते है।इसके पंखों की सरंचना अन्य पक्षी के मुकाबले थोड़ी अलग होती है जिसके कारण इनके पंख पानी में गीले नही होते।बत्तख़ की गर्दन छोटी होती है तथा इनकी चोंच फैली व चपटी होती है।बत्तख़ एक ऐसा पक्षी है जिसके पंजो में रक्त वाहिकाएं नही होती,जिसके कारण यह ठंडे पानी में भी रह सकता है।
बत्तख सर्वाहारी पक्षी की श्रेणी में आने वाला पक्षी है जिसके तहत यह मांसाहारी तथा शाकाहारी दोनो तरह का भोजन खाते है,जैसे कि जलीय पौधे,मछलिया,कीड़े-मकोड़े इत्यादि।एक स्वस्थ बत्तख़ का जीवनकाल 8-10 वर्ष तक का होता है।बत्तख़ अपने जीवन का अधिकांश समय जल में रहकर गुजारते है।मादा बत्तख हर वर्ष 200-300 अंडे दे सकती है।बतख के बच्चों को अंडो में से बाहर निकलने के लिए 28 दिन लगते है।
पूरे विश्व में बत्तख की 40 प्रजातीय पाई जाती है।बत्तखो में वाइट पीकिन नाम की बत्तख सबसे ज्यादा प्रसिद्ध है।बत्तखों की प्रजातियों में से सिर्फ मिल्लार्ड डक प्रजाति की बत्तख उड़ सकती है।बत्तख को हम 2 श्रेणी में बाट सकते है– समुंद्र में रहने वाले बत्तख और (2)नदियों,झीलों व तालाबों में रहने वाले बत्तख।
समुद्री के खारे पानी में रहने वाले बत्तख को समुंद्री बत्तख़ बोला जाता है।यह बत्तख़ भोजन की तलाश में समुंद्र की गहराई में गोता लगाती है।इसलिए इसे गोताखोर बत्तख भी कहा जाता है।विलय, ईडर, हर्लेक्विंस, गोल्डनियस और बफ़ेहेड्स गोताखोर बत्तखों के उदाहरण है।नदियों व तालाबो में रहने वाली बत्तख़ के मुकाबले समुंद्री बत्तख़ का वजन थोड़ा ज़्यादा होता है तथा यह पानी मे लंबी दूरी तय करने मे भी सक्षम होते है।
बतख बहुत उपयोगी पशु है।मुर्गी पालन,मछली पालन की तरह लोग बतखों को पालते है तथा इनके अंडो को बेचकर अपनी जीविका चलाते है।इनके अंडे बहुत ही पौष्टिक होते।इन अंडो का उपयोग केक व तरह-तरह की व्यंजन बनाने के लिए किया जाता है।
पिछले कुछ सालों से हमें बत्तख़ नदियों व तालाबों में कम दिखती है,हमें इन्हें देखने के लिए चिड़ियाघर व बर्ड सेंचुरी जैसी जगहों पर जाना पड़ता है।इनकी जनसँख्या धीरे-धीरे समाप्त होती जा रही है,जिसका सिर्फ एक ही कारण है जल प्रदूशण।इसलिए हमें कम से कम जल प्रदूषण करके इन्हें विलुप्त होने से बचाना चाहिए।
1.बत्तख़ बहुत ही सुंदर पक्षी है।
2.यह हँस की प्रजाति से संबंध रखने वाला पक्षी है।
3.बत्तख़ का आकार हँस से छोटा होता है।
4.बत्तख़ की गर्दन छोटी होती,चोंच चपटी व फैली होती है और इनके पंजो में रक्तवाहिकाएं नही होती।
5.यह नदियों,तालाबों व समुन्द्रों में रहना पसंद करते है।
6.एक स्वस्थ बत्तख़ का जीवनकाल 8-10 साल तक होता है।
7.पूरे विश्व में बत्तखों की 40 प्रजातियां है।
8.बत्तख़ सर्वाहारी पक्षी की श्रेणियों में आता है।
9.अंग्रेजी में नर बत्तख़ को ड्रेक व मादा बत्तख़ को डक कहा जाता है।
10.बत्तख़ बहुत उपयोगी पक्षी है,यह भी मुर्गी की तरह ही अंडे देते है इनके अंडो को बेचकर कई लोग अपनी जीविका चलाते है।
11.बतख क्वैक क्वैक की आवाज करते हैं और साथ सीटी जैसी आवाज भी निकालते हैं।
12.बतख एक दिन में पानी के अंदर मीलों का सफर तय करते हैं।
धन्यवाद
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